tag:blogger.com,1999:blog-4235713353102640102.post5601293476387958124..comments2022-11-20T15:18:00.363+05:30Comments on अनुवाद घर: आत्मकथादीप्ति नीरवhttp://www.blogger.com/profile/17105871709165087330noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4235713353102640102.post-82393281719481598852010-10-05T20:56:41.963+05:302010-10-05T20:56:41.963+05:30एक लेखक जब अपने जीवन-अनुभव दूसरों के साथ बांटता है...एक लेखक जब अपने जीवन-अनुभव दूसरों के साथ बांटता है तो बहुत सारी छोटी-छोटी घटनाएँ भी प्रेरणाशील बन जाती हैं। उसके जीवन का संघर्ष समाज का मार्गदर्शन करता है। तरसेम साहब की यह आत्मकथा निश्चय ही प्रेरक है।उमेश महादोषीhttps://www.blogger.com/profile/17022330427080722584noreply@blogger.com